Abhi mujhme kahi baqi thodi lyrics 2012

Abhi mujhme kahi baqi thodi lyrics 2012

❛ अभी मुझमें कहीं…❜

अभी मुझमें कहीं, बाक़ी थोड़ी-सी है ज़िन्दगी
जगी धड़कन नयी, जाना ज़िन्दा हूँ मैं तो अभी
कुछ ऐसी लगन, इस लम्हे में है, ,ये लम्हा कहाँ था मेरा
अब है सामने, इसे छू लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा
ख़ुशियाँ चूम लूँ, या रो लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा
हो ओऽऽऽ अभी मुझमें कहीं, बाक़ी थोड़ी-सी है ज़िन्दगी… ||ध्रु.||

ओऽऽ धूप में जलते हुए तन को, छाया पेड़ की मिल गयी
रूठे बच्चे की हँसी जैसे, फुसलाने से फिर खिल गयी
कुछ ऐसा ही अब महसूस दिल को हो रहा है
बरसों के पुराने ज़ख़्म पे मरहम लगा-सा है
कुछ ऐसा रहम, इस लम्हे में है, ये लम्हा कहाँ था मेरा
अब है सामने, इसे छू लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा
ख़ुशियाँ चूम लूँ, या रो लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा… ||१||

डोर से टूटी पतंग जैसी, थी ये ज़िन्दगानी मेरी
आज हो कल हो मेरा ना हो, हर दिन थी कहानी मेरी
इक बन्धन नया पीछे से अब मुझको बुलाये
आनेवाले कल की क्यूँ फ़िकर मुझको सता जाये
इक ऐसी चूभन, इस लम्हे में है, ये लम्हा कहाँ था मेरा
अब है सामने, इसे छू लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा
ख़ुशियाँ चूम लूँ, या रो लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा… ||२||

फ़िल्म:- अग्निपथ (२०१२)
गीत:- अमिताभ भट्टाचार्य
संगीतकार:- अजय-अतुल
गायक:- सोनू निगम

PDF अभी मुझमें कहीं.अग्निपथ (२०१२)

❛ अभी मुझमें कहीं…❜

अभी मुझमें कहीं, बाक़ी थोड़ी-सी है ज़िन्दगी
जगी धड़कन नयी, जाना ज़िन्दा हूँ मैं तो अभी
कुछ ऐसी लगन, इस लम्हे में है, ,ये लम्हा कहाँ था मेरा
अब है सामने, इसे छू लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा
ख़ुशियाँ चूम लूँ, या रो लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा
हो ओऽऽऽ अभी मुझमें कहीं, बाक़ी थोड़ी-सी है ज़िन्दगी… ||ध्रु.||

ओऽऽ धूप में जलते हुए तन को, छाया पेड़ की मिल गयी
रूठे बच्चे की हँसी जैसे, फुसलाने से फिर खिल गयी
कुछ ऐसा ही अब महसूस दिल को हो रहा है
बरसों के पुराने ज़ख़्म पे मरहम लगा-सा है
कुछ ऐसा रहम, इस लम्हे में है, ये लम्हा कहाँ था मेरा
अब है सामने, इसे छू लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा
ख़ुशियाँ चूम लूँ, या रो लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा… ||१||

डोर से टूटी पतंग जैसी, थी ये ज़िन्दगानी मेरी
आज हो कल हो मेरा ना हो, हर दिन थी कहानी मेरी
इक बन्धन नया पीछे से अब मुझको बुलाये
आनेवाले कल की क्यूँ फ़िकर मुझको सता जाये
इक ऐसी चूभन, इस लम्हे में है, ये लम्हा कहाँ था मेरा
अब है सामने, इसे छू लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा
ख़ुशियाँ चूम लूँ, या रो लूँ ज़रा, मर जाऊँ या जी लूँ ज़रा… ||२||

फ़िल्म:- अग्निपथ (२०१२)
गीत:- अमिताभ भट्टाचार्य
संगीतकार:- अजय-अतुल
गायक:- सोनू निगम