Category: स्तोत्र-संग्रह
न मन्त्रं नो यन्त्रं तदपि च न जाने स्तुतिमहोन चाह्वानं ध्यानं तदपि च न जाने स्तुतिकथाः।न जाने मुद्रास्ते तदपि च न जाने विलपनंपरं जाने मातस्त्वदनुसरणं क्लेशहरणम्।।१।।
श्री सूक्त हिन्दी अर्थ Sri suktam hindi meaning किसी भी स्तोत्र या मन्त्र का अर्थ जाने बिना, उसका पठन पूर्णरूपेण फलदायी नहीं होता। श्रीसूक्त लक्ष्मी प्राप्ति का अमोघ साधन …
शीतलाष्टक स्तोत्र Shitlashtakam www.sugamgyaansangam.comसुगम ज्ञान संगम के अध्यात्म + स्तोत्र संग्रह स्तम्भ (Category) आप यह लेख पढ़ रहे हैं। हम सब जीवन में कभी-न-कभी शीतला (चेचक) से पीड़ित हुए …
सूर्य के २१ नाम Surya 21 Names भगवान् सूर्य आरोग्य के देवता हैं। उनकी नित्य आराधना से बुद्धि तेजस्वी होती है और अनेक रोगों से हमारी रक्षा होती है। …
शिव तांडव बोलना सीखें शिव-भक्त रावण द्वारा गायी गयी शिवताण्डव स्तोत्र की रचना पञ्चचामर छन्द के आधार पर हुई है। इसकी शब्द रचना निश्चित ही बहुत बड़ी है, परन्तु …
अथर्वशीर्ष की परम्परा में ‘गणपत्यथर्वशीर्ष’ का विशेष महत्त्व है। प्रायः प्रत्येक मांगलिक कार्य में गणपति-पूजन के दरमियान प्रार्थना रूप में इसके पाठ की परम्परा है। यह भगवान् गणपति का …
आदित्य हृदय स्तोत्र वाल्मीकि रामायण के अनुसार आदित्य हृदय स्तोत्र अगस्त्य ऋषि द्वारा भगवान् श्रीराम को युद्ध में रावण पर विजय प्राप्ति हेतु दिया गया था। आदित्य हृदय स्तोत्र …