Category: कहानियाँ
कथा-कहानी लालच की चक्की एक शिष्य ने अपने गुरु से प्रार्थना की, गुरुजी, मैं रोज़ सत्संग सुनता हूँ, सेवा भी करता हूँ, फिर भी मुझे कोई फल नहीं मिला। …
एक दिन अजामिल यज्ञ-सामग्री लेकर वन से लौट रहा था। संयोगवश उसकी दृष्टि एक युवक पर पड़ी जो शृङ्गारचेष्टाओं द्वारा एक वेश्या के साथ आनन्दित हो रहा था। उन …
एक वन में हाथियों का एक झुण्ड रहता था। उस झुण्ड का सरदार चतुर्दन्त नामक एक विशाल, पराक्रमी, गम्भीर और समझदार हाथी था। सब उसी की छत्र-छाया में सुख …
हंस की दूरदर्शिता एक बहुत ही विशाल पेड़ पर बहुत सारे हंस रहा करते थे। उनमें एक हंस बहुत ही बुद्धिमान और दूरदर्शी था, सब उसे आदरपूर्वक ‘ताऊ’ कहकर …
इन्सान की सोच ही उसकी ज़ुबान पर आती है, दूसरों की वेदना नहीं। इसलिये कहा गया है जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि।
पुनि पुनि चन्दन पुनि पुनि पानी।गल गये ठाकुर हम का जानी।। इस चौपाई को हमने कभी न कभी सुना ही होगा। शायद ही ऐसा कोई काव्यप्रेमी होगा, जो इस …