Category: STOTRA-SANGRAH

SHREE GANESH STAVRAJ STOTRA

जो मनुष्य भक्तियुक्त तथा पवित्र होकर चराचर के गुरु (श्रीगणेशजी) के इस गणेशाष्टक स्तोत्र का संयत चित्त से तीनों सन्ध्या कालों में नित्य पाठ करता है, अनुपमा लक्ष्मी जी …

GOPI GEET

जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः श्रयत इन्दिरा शश्वदत्र हि। दयित दृश्यतां दिक्षु तावकास्त्वयि धृतासवस्त्वां विचिन्वते।।१।।

NAVGRAH KAVACH

नवग्रह कवच को भोजपत्र में लिखकर भुजाओं में धारण करने नवग्रहों कृपा हम बनी रहती है। यह कवच सर्वोत्तम है, जो नौ ग्रहों की बाधाओं में से मुक्त कर …

RAM RAKSHA STOTRAM

रामरक्षा स्तोत्र-मंत्र के बुधकौशिक ऋषि हैं, सीता और रामचन्द्र देवता हैं, अनुष्टुप् छन्द है, सीता शक्ति हैं, श्रीमान हनुमान जी कीलक हैं तथा श्रीरामचन्द्र जी की प्रसन्नता के लिये …

SRI VISHNU SAHASRANAAM STOTRAM

जो भक्तगण श्रीविष्णुसहस्रनामस्तोत्रम् को श्रवण के साथ ही पठन करना चाहते हैं, उनके लिये सुगम ज्ञान संगम का यह पोस्ट बहुत ही सहायक सिद्ध होगा।

SANKATNASHAN GANESH STOTRAM

संकटनाशनगणेशस्तोत्र को गणपति स्तोत्र के नाम से भी जाना जाता है। इसमें अनुष्टुप् छन्द पर आधारित ८ श्लोक हैं, जिनमें भगवान् श्री गणेश के बारह नाम और इस स्तोत्र …

VISHWANATH STUTI

श्रीविश्वनाथ स्तवः योगीशमिश्र द्वारा रचित है। इसकी रचना भुजंगप्रयात छन्द पर आधारित है। इसका भाव बड़ा ही सुन्दर और भक्तिपूर्ण है। जिस प्रकार रुद्राष्टकम् का पाठ करते हैं, उसी …

SHIV TANDAV KAISE BOLE

इस स्तोत्र में मूलश्लोक गीताप्रेस गोरखपुर से प्रकाशित शिवस्तोत्र रत्नाकर पर आधारित हैं। इस स्तोत्र में वस्तुतः १५ श्लोक हैं। कहीं-कहीं दो अतिरिक्त पढ़ने में देखा जाता है। अन्त …