श्रीविश्वनाथ स्तवः योगीशमिश्र द्वारा रचित है। इसकी रचना भुजंगप्रयात छन्द पर आधारित है। इसका भाव बड़ा ही सुन्दर और भक्तिपूर्ण है। जिस प्रकार रुद्राष्टकम् का पाठ करते हैं, उसी …
इस स्तोत्र में मूलश्लोक गीताप्रेस गोरखपुर से प्रकाशित शिवस्तोत्र रत्नाकर पर आधारित हैं। इस स्तोत्र में वस्तुतः १५ श्लोक हैं। कहीं-कहीं दो अतिरिक्त पढ़ने में देखा जाता है। अन्त …