INSAAN BANO KAR LO BHALAI
GOLDEN LYRICS IN HINDI 1952
❛ इन्सान बनो कर लो भलाई…❜
ADLIB
निरधन का घर लूटनेवालो, लूट लो दिल का प्यार
प्यार वो धन है जिसके आगे, सब धन हैं बेक़ार
ओऽऽऽऽ ओ ओ ओ ओ… ओ ओ ओ ओ ओऽऽऽ
इन्सान बनो (२) कर लो भलाई का कोई काम
इन्सान बनो
दुनिया से चले जाओगे रह जायेगा बस नाम
इन्सान बनो… ||ध्रु.||
ओऽऽऽऽ ओ ओ ओ ओ… ओ ओ ओ ओ ओऽऽऽ
इस बाग़ में सूरज भी निकलता है लिये ग़म
फूलों की हँसी देख के रो देती है शबनम
कुछ देर की ख़ुशियाँ हैं तो कुछ देर का मातम
किस नींद में हो (२) जागो ज़रा सोच लो अंजाम
इन्सान बनो… ||१||
ओऽऽऽऽ ओ ओ ओ ओ… ओ ओ ओ ओ ओऽऽऽ
लाखों यहाँ शान अपनी दिखाते हुए आये
दम भर के लिये नाच गये धूप में साये
वो भूल गये थे के ये दुनिया है सराये
आता है कोई… ई ई ई ई ईऽऽऽ
आता है कोई सुबह तो जाता है कोई शाम
इन्सान बनो… ||२||
ओऽऽऽऽ ओ ओ ओ ओ… ओ ओ ओ ओ ओऽऽऽ
क्यूँ तुमने लगाये हैं यहाँ ज़ुल्म के ढेरे
धन साथ न जायेगा बने क्यूँ हो लुटेरे
पीते हो ग़रीबों का लहू शाम सवेरे
ख़ुद पाप करो… ओ ओ ओ ओ ओऽऽऽ
ख़ुद पाप करो नाम हो शैतान का बदनाम
इन्सान बनो (२) कर लो भलाई का कोई काम
इन्सान बनो
दुनिया से चले जाओगे रह जायेगा बस नाम
इन्सान बनो… ||३||
फ़िल्म:- बैजू बावरा (१९५२)
गीतकार:- शकील बदायुनी
संगीतकार:- नौशाद अली
गायक:- मोहम्मद रफ़ी
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❛ इन्सान बनो कर लो भलाई…❜
ADLIB
निरधन का घर लूटनेवालो, लूट लो दिल का प्यार
प्यार वो धन है जिसके आगे, सब धन हैं बेक़ार
ओऽऽऽऽ ओ ओ ओ ओ… ओ ओ ओ ओ ओऽऽऽ
इन्सान बनो (२) कर लो भलाई का कोई काम
इन्सान बनो
दुनिया से चले जाओगे रह जायेगा बस नाम
इन्सान बनो… ||ध्रु.||
ओऽऽऽऽ ओ ओ ओ ओ… ओ ओ ओ ओ ओऽऽऽ
इस बाग़ में सूरज भी निकलता है लिये ग़म
फूलों की हँसी देख के रो देती है शबनम
कुछ देर की ख़ुशियाँ हैं तो कुछ देर का मातम
किस नींद में हो (२) जागो ज़रा सोच लो अंजाम
इन्सान बनो… ||१||
ओऽऽऽऽ ओ ओ ओ ओ… ओ ओ ओ ओ ओऽऽऽ
लाखों यहाँ शान अपनी दिखाते हुए आये
दम भर के लिये नाच गये धूप में साये
वो भूल गये थे के ये दुनिया है सराये
आता है कोई… ई ई ई ई ईऽऽऽ
आता है कोई सुबह तो जाता है कोई शाम
इन्सान बनो… ||२||
ओऽऽऽऽ ओ ओ ओ ओ… ओ ओ ओ ओ ओऽऽऽ
क्यूँ तुमने लगाये हैं यहाँ ज़ुल्म के ढेरे
धन साथ न जायेगा बने क्यूँ हो लुटेरे
पीते हो ग़रीबों का लहू शाम सवेरे
ख़ुद पाप करो… ओ ओ ओ ओ ओऽऽऽ
ख़ुद पाप करो नाम हो शैतान का बदनाम
इन्सान बनो (२) कर लो भलाई का कोई काम
इन्सान बनो
दुनिया से चले जाओगे रह जायेगा बस नाम
इन्सान बनो… ||३||
फ़िल्म:- बैजू बावरा (१९५२)
गीतकार:- शकील बदायुनी
संगीतकार:- नौशाद अली
गायक:- मोहम्मद रफ़ी
PDF इन्सान बनो कर लो भलाई.बैजू बावरा (१९५२)
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