O MERE SHAH-E-KHOOBAN
GOLDEN LYRICS IN HINDI 1966
❛ ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ…❜
ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ,
ओ मेरी जान-ए-जानाना
[ तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता ] (२)
ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ,
ओ मेरी जान-ए-जानाना
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता… ||ध्रु||
कब ख़यालों की धूप ढलती है
हर क़दम पर शमा-सी जलती है
मेरा साया जिधर भी जाता है
तेरी तसवीर साथ चलती है
ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ
ओ मेरी जान-ए-जानाना
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता… ||१||
तुम हो सहरा में तुम गुलिस्ताँ में
तुम हो ज़र्रों में तुम बियाबाँ में
मैंने तुमको कहाँ-कहाँ देखा
छुप के रहते हो तुम रग-ए-जाँ में
ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ
ओ मेरी जान-ए-जानाना
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता… ||२||
मेरी आँखों की जुस्तजू तुम हो
इल्तजा तुम हो आरज़ू तुम हो
मैं किसी और को तो क्या जानूँ
मेरी उल्फ़त की आबरू तुम हो
ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ
ओ मेरी जान-ए-जानाना
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता… ||३||
फ़िल्म:- लव इन टोक्यो (१९६६)
गीतकार:- हसरत जयपुरी
संगीतकार:- शंकर जयकिशन
गायक:- मोहम्मद रफ़ी
शब्दार्थ:-
शाह-ए-ख़ूबान:- ख़ूबसूरती की मल्लिका
जान-ए-जानाना:- जान से भी प्यारा
सहरा:- जंगल
बियाबान :- वीरान
जुस्तजू:- तलाश
इल्तजा:- निवेदन
उल्फ़त:- प्यार
आबरू:-इज़्ज़त
❛ ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ…❜
ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ,
ओ मेरी जान-ए-जानाना
[ तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता ] (२)
ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ,
ओ मेरी जान-ए-जानाना
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता… ||ध्रु||
कब ख़यालों की धूप ढलती है
हर क़दम पर शमा-सी जलती है
मेरा साया जिधर भी जाता है
तेरी तसवीर साथ चलती है
ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ
ओ मेरी जान-ए-जानाना
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता… ||१||
तुम हो सहरा में तुम गुलिस्ताँ में
तुम हो ज़र्रों में तुम बियाबाँ में
मैंने तुमको कहाँ-कहाँ देखा
छुप के रहते हो तुम रग-ए-जाँ में
ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ
ओ मेरी जान-ए-जानाना
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता… ||२||
मेरी आँखों की जुस्तजू तुम हो
इल्तजा तुम हो आरज़ू तुम हो
मैं किसी और को तो क्या जानूँ
मेरी उल्फ़त की आबरू तुम हो
ओ मेरे शाह-ए-ख़ूबाँ
ओ मेरी जान-ए-जानाना
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता
तुम मेरे पास होते हो,
कोई दूसरा नहीं होता… ||३||
फ़िल्म:- लव इन टोक्यो (१९६६)
गीतकार:- हसरत जयपुरी
संगीतकार:- शंकर जयकिशन
गायक:- मोहम्मद रफ़ी